ढूँढे ज़रा खुदको जहाँ भी हमने खोया है, आओ मिलकर दुख-सुख काटें कितना किसने बोया है। सुप्रभात। क्या हो गया है कि अब लोग एक दूसरे के घर नहीं जाते, मिलते नहीं, बात नहीं करते। जीवन का सारा आनंद मेल-जोल में ही तो है। मिलिए एक दूसरे से, जीवन का उत्सव मनाइए। #आओमिलकर #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi