झूमता फिरूँ जी, किसी अनजाने डगर पर; दुनिया की मुझे परवाह कहाँ, चलता रहूँ अपने सफर पर। प्यार नहीं कोई यार नहीं, गाँव नहीं घर-बार नहीं; मेरे आस का पंछी उड़ता फिरे, किसी अनजाने सफर पर... मैं मनमौजी.... झूमता फिरूँ जी... मैं मनमौजी... #मनमौजी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi