आवाज उठानी जरुरी हैं क्योंकी तुम इक जिते जागते इन्सान हो. तुम्हे देख के कितनो के जिंदगी मैं खुशिया लौट के आ जाए... कितने जिते जागते मरे हूए लोग जो लाश की तरह जी रहे हैं... उनके अंदर जान आ जाए. इसलीए आवाज उठानी जरूरी हैं... ©Shubhangi Sutar #आवाज