मुझे नही पता था किसी की यादे इतनी रुलाती हैं एक याद बनकर ज़िंदगी को उलझाती जाती हैं ज़िंदगी से जाने के बाद भी पीछा नहीं छोड़ती क्यों याद बन कर ज़िंदगी को सताती हैं क्यु ज़िंदगी इस मोड़ पर आती हैं 🩷🩷🩷 ©manshisingh@gmail.com zindgi में याद बनकर अक्सर कोई रहे ही जाता है