तराशे इश्क़ को मेरे पास रहना था रह गया.. मुन्तजिर ए दिल जिसे बहाना था बह गया! नवाजू तो मै उसे कैसे नवाजु... जिस दर्द ए दिल को सहना था वो सह गया! किया था तो उसने भी मेरे दिल से कुछ गुप्तगू... मै ना चाहते हुए ये दिल्लगी सब से कह गया! #दिल्लगी #हुस्ने दिल #collabchallenge #collabwithme