वोह ज़िक्र ही क्या जो तुझमें बाकि रहे जाए, कुछ तेरे वास्ते फ़िक्र तोह होती तेरी, ज़िक्र ना करने की याद तोह होती है..! उस पल उस खलयातो की सब बदल जायेगा, सोचते सोचते फिर भी ज़िक्र और फ़िक्र जरूर करुँगी तेरे नाम की !! #वोह ज़िक्र #raindrops