वक्त के साथ इंसान अपनी हैसियत भूल जाता है, तब वो अपने आप को सबसे ऊंचाई पर पाता है। हिसाब किसी का मिटता नहीं कुदरत की किताब से, खुदा भी मूल ब्याज सहित लौटाता है। #दिलसेकलमतक . . . ✍️ ©RohitRaj #CAA