हमें नहीं पता था ,ऐसे मोड़ पर मुलाकात होगी। मोहब्बत भी होगी, मगर बयां नहीं होगी। बातों का सिलसिला, अब जारी ना रखो सुनों, तुम खुद ही, बात ना करो, ये तकल्लुफ हम से नहीं होगी। ©Kamlesh Bohra Mahesh Shalivahanas Skumar gsss Sampat Mehta Waqar Ahmad