White अब वो पहले जैसी सबेर कहाँ लगती है किसी के बदलने मे देर कहाँ लगती है पहले झाँक लेते थे फांदकर दिलों मे अब दीवारें लगती है मुंडेर कहाँ लगती है उसके आने पर भी इन्तज़ार खत्म नहीं होता हर किसी की चाहत एक कहाँ लगती है इबादत दुआएँ फ़रियाद अपनी जगह जिस चीज़ की जरूरत न हो वो नेक कहाँ लगती है Good Morning !! Care and Take Care !! ©Ravikant Dushe #Sad_Status