अखबारों में पट गए हैं, किस्से बलात्कार के. पन्नों को चाहिए निजात स्याही के इस व्यवहार से.. आंखों की धुंध काजल बन गई है, स्याही अखबार के. जन्म-जन्मांतर की दाग़ बनते सुर्खियां अखबार के.. अवध की रचनाएं #nojoto #nojotohindi #pencil #love #emotion #dil #pencil #kavi