Nojoto: Largest Storytelling Platform

किसी के साथ कुचक्र रचने वाले का अंत बहुत बुरा होता

किसी के साथ कुचक्र रचने वाले का अंत बहुत बुरा होता है । कौरव का भी अंत इतना भयावह हुआ एक भी चिराग जलाने वाला नहीं बचा | किसी के प्रति द्वेश फैलाना और अपने आपको सत्य हरिश्चंद्र कहना । कहने और करने में दोनों में अंतर है । इस लिए कुचक्र रचने वाले प्राणी समय रहते सम्भल जाएँ | शान्ति में उन्नति है। शान्ति में  सबका हित है। सबका कल्याण है। क्रान्ति में सबका नुकसान ही होता है ।

©Anup kumar Gopal चक्रव्यूह

#sunrisesunset
किसी के साथ कुचक्र रचने वाले का अंत बहुत बुरा होता है । कौरव का भी अंत इतना भयावह हुआ एक भी चिराग जलाने वाला नहीं बचा | किसी के प्रति द्वेश फैलाना और अपने आपको सत्य हरिश्चंद्र कहना । कहने और करने में दोनों में अंतर है । इस लिए कुचक्र रचने वाले प्राणी समय रहते सम्भल जाएँ | शान्ति में उन्नति है। शान्ति में  सबका हित है। सबका कल्याण है। क्रान्ति में सबका नुकसान ही होता है ।

©Anup kumar Gopal चक्रव्यूह

#sunrisesunset