मुसलसल ये तज़्करा ज़बान-ज़द-ए-ख़ास-ओ-आम रहेगा,, राहत इन्दौरी जैसा दूजा कोई नग़ीना इस जहाँ में ना होगा.. जम्मू@..!! ज़बान-ज़द-ए-ख़ास-ओ-आम=छोटे बड़े सबकी ज़ुबाँ पर #RIPRahatIndori #राहत_इंदौरी_साहब #शायरी_मेरी_डायरी_से