अंधेरों में ना पाया उसको समंदर में खोजा है आसमान में देखा फिर भी ना मिला वह अकेला है होता है परवाज में दिन के काम काज में आँखों में होता है पर ना होता वो सामने उसकी जैसी ना कोई सूरत जो देखें वह लेता है रूखसत ख्वाबों में आता उसका चेहरा ये है खुदा की कुदरत खुदा की कुदरत #nationssebyu