जो खुद रूठे, और हमें मनाए, ऐसी एक बहन होनी चाहिए, बड़ी हो या छोटी, बस एक सगी बहन होनी चाहिए। जो भैया कहकर पुकारे, बात बात पर नख़रे करे, बस एक बहन होनी चाहिए। छोटी हो या बड़ी बस एक बहन होनी चाहिए। कभी जो रोऊँ अकेले में, आँसू पोछने के लिए होनी चाहिए, ख़ुद गर रोये तो वो, बस गले लगाकर रोनी चाहिए। बस ऐसी एक बहन होनी चाहिए। छोटी हो या बड़ी एक बहन होनी चाहिए। बात बात पर ज़िद करती, पर हर चीज मुझसे हक से माँगे, दूर चाहे जितना रहे वो, पर दुवाएं हमेशा होनी चाहिए, बस एक बहन होनी चाहिए। छोटी हो या बड़ी एक बहन होनी चाहिए। हर राखी पर राखी भेजे, राखी के बदले रक्षा का वचन ले, तिलक लगाकर करे आरती, बस वही बहन होनी चाहिए, छोटी हो या बड़ी एक बहन होनी चाहिए। जो रोज रोज मुझे खूब चिढ़ाए, पर पापा मम्मी से रोज बचाये, राखी के उपहार की याद दिलाये, बस वही बहन चाहिए, छोटी हो या बड़ी एक बहन होनी चाहिए। कभी जो हो वो उदास, चाहे मन में कोई भी हो बात, मुझे भी उनकी फिक्र होनी चाहिए, छोटी हो या बड़ी बस एक बहन होनी चाहिए। एक बहन होनी चाहिए। जो खुद रूठे, और हमें मनाए, ऐसी एक बहन होनी चाहिए, बड़ी हो या छोटी, बस एक सगी बहन होनी चाहिए।