क़ैद कर सके दिल को अभी तक ऐसा बना नहीं कोई पिंजरा है! गगन की ऊँचाईयाँ भी बौनी लगे जिसे दिल ऐसा उड़ता परिंदा है! दुनियादारी से बेपरवाह ही रहेगा ये तो धड़कनों का बाशिंदा है। तेरे पास होने से साँसें चलती हैं तभी प्यार का अहसास ज़िन्दा है। मेरी इज़्ज़त मेरा मान तुमसे है तू है तो मेरी जाँ में जाँ है दिल ज़िन्दा है। मोहब्बत सबसे मुख़्तलिफ़ है हमारी प्रीत हमारी वैसी ही पवित्र जैसी गंगा है। क़ैद कर सके दिल को अभी तक ऐसा बना नहीं कोई पिंजरा है! गगन की ऊँचाईयाँ भी बौनी लगे जिसे दिल ऐसा उड़ता परिंदा है! दुनियादारी से बेपरवाह ही रहेगा ये तो धड़कनों का बाशिंदा है।