अकेला वो जो अकेला महसूस करे वरना दुनिया की उलजने पीछा नहीं छोड़ती तनहा तुम खुद रहते हो वरना दुनिया कभी झूठ नहीं बोलती हक़ीक़त तो तुम्हे भी पता होगी क्यूंकि नज़रे तो हमारी भी कभी झूठ नहीं बोलती B@६१-@-१