#OpenPoetry सब शांत होंगे ,जब हम गिनाएंगे खुशियां बजेंगी तालियां ,जब तकलीफ पढ़ेंगे बहाएंगे आंखो से आंसू ही आंसू मगर ओंठो से बस तेरी तारीफ़ पढ़ेंगे #OpenPoetry तारीफ़