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माँ तू आंचल में मुझको सुलाती रही आंखों में अपनी म

माँ तू आंचल में मुझको सुलाती रही
आंखों में अपनी मुझको बसाती रही 

मेरे हिस्से का ग़म भी लिया तूने यूँ 
चाहे अनचाहे भी मुस्कुराती रही 

पूरी कविता अनुशीर्षक में  माँ ❤
शायद पूरी कविता मेरे दिल की हर उस छोटी बात को कहने में सक्षम है जो हम तुमसे सामने से न कह पाएं 😍😍
माँ तुम्हें किसी एक दिन में बांध कर नहीं रखा जा सकता है लेकिन इस एक दिन में तुम्हारे लिए प्यार तो ज़रूर वयक्त किया जा सकता है 😊😊

कविता थोड़ी बड़ी है ज़रा समय लेकर पढ़ें ❤

माँ तू आंचल में मुझको सुलाती रही
आंखों में अपनी मुझको बसाती रही (1)
माँ तू आंचल में मुझको सुलाती रही
आंखों में अपनी मुझको बसाती रही 

मेरे हिस्से का ग़म भी लिया तूने यूँ 
चाहे अनचाहे भी मुस्कुराती रही 

पूरी कविता अनुशीर्षक में  माँ ❤
शायद पूरी कविता मेरे दिल की हर उस छोटी बात को कहने में सक्षम है जो हम तुमसे सामने से न कह पाएं 😍😍
माँ तुम्हें किसी एक दिन में बांध कर नहीं रखा जा सकता है लेकिन इस एक दिन में तुम्हारे लिए प्यार तो ज़रूर वयक्त किया जा सकता है 😊😊

कविता थोड़ी बड़ी है ज़रा समय लेकर पढ़ें ❤

माँ तू आंचल में मुझको सुलाती रही
आंखों में अपनी मुझको बसाती रही (1)

माँ ❤ शायद पूरी कविता मेरे दिल की हर उस छोटी बात को कहने में सक्षम है जो हम तुमसे सामने से न कह पाएं 😍😍 माँ तुम्हें किसी एक दिन में बांध कर नहीं रखा जा सकता है लेकिन इस एक दिन में तुम्हारे लिए प्यार तो ज़रूर वयक्त किया जा सकता है 😊😊 कविता थोड़ी बड़ी है ज़रा समय लेकर पढ़ें ❤ माँ तू आंचल में मुझको सुलाती रही आंखों में अपनी मुझको बसाती रही (1) #Hindi #yourquote #yqbaba #yqdidi #yqbhaijan #yopowrimo #tpmd #नफ्स़