दिन बदलते गए, जीवन के पन्ने पलटते गए।। कहा से कहा आ गई जिन्दगी, कुछ मिले कुछ बिछड़ते गए।। यू नही राबता किसी से, सोचा जी करके क्या फायदा।। पर जी तो सब रहे है, क्यों न मानव होने का फर्ज निभाया जाए।। इन पलटते पन्नो पर भलाई, दया, सेवा, अच्छे कर्मों की गाथा लिखी जाए।। राबता किसी से नहीं रहेगा मेरा, नाम मिट जायेगा मेरा, पर वो सुकून शायद होगा मेरा, हाँ मैने जिया अपना जीवन।। ©0 Read, like, comment and share. #kitaab #Nojoto #Life #Love #manav #insaaniyat