हैं सुलझाना किसी पहेली को, लगता है बहुत हद तक समझ लिया,पर अचानक दिख जाता,स्वभाव में कुछ नवीन। फिर दूसरे ही पल सोंचती हूँ,जानना हैं तुम्हें थोड़ा और शायद देर होते-होते ही समझू पर समझूँगी ज़रूर।। नमस्कार लेखकों । हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें | Check out our pinned post 🎊 #rzतुम्हे_पढ़ना_जैसे #yqdidi #yqrz #collabwithrestzone #restzone #YourQuoteAndMine Collaborating with Rest Zone