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तक़दीर की उड़ान बढ़ती रहे, आसमाँ से ऊपर चढ़ती रहे..!

 तक़दीर की उड़ान बढ़ती रहे,
आसमाँ से ऊपर चढ़ती रहे..!

ज़िन्दगी का तमाशा बहुत बन चुका,
तारीख़ तरक्की की गढ़ती रहे..!

दुःख से दूर सुख के नज़दीक कैसे हों,
ख़्वाहिशें मेहनत से न लड़ती रहें..!

ये आँखें खूबसूरत देखी हैं हमने,
सफ़लता की पुस्तक पढ़ती रहें..!

©SHIVA KANT(Shayar)
  #uskebina #taqdeer😍😍

#uskebina taqdeer😍😍 #Poetry

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