Nojoto: Largest Storytelling Platform

तन्हा रातों में तन्हा राहों पर निकल लिए तन्हा तन्ह

तन्हा रातों में
तन्हा राहों पर
निकल लिए तन्हा तन्हा
लिपटी रहती थी
मेरी रूह से
कुछ यादें, कुछ वादे 
धुँधला रहे हैं
लम्हा लम्हा

©हिमांशु Kulshreshtha
  तन्हा तन्हा..

तन्हा तन्हा.. #Shayari

189 Views