हर रोज रंग बदलने वाली तू इक से जी ना भरे मतवाली तू रोज नए कितने यार बदलती हो बेहया कबूतर की नस्ल वाली तू... ©Sangam Pipe Line Wala शायरी दर्द शायरी शायरी लव 'दर्द भरी शायरी' शायरी हिंदी में