तिरी तड़प से न तड़पा था मेरा दिल लेकिन तिरे सुकून से बेचैन हो गई हूँ मैं ये जान कर तुझे क्या जाने कितना ग़म पहुँचे कि आज तेरे ख़यालों में खो गई हूँ मैं .किसी की हो के तू इस तरह मेरे घर आया कि जैसे फिर कभी आए तो घर मिले न मिले नज़र उठाई मगर ऐसी बे-यक़ीनी से कि जिस तरह कोई पेश-ए-नज़र मिले न मिले .तू मुस्कुराया मगर मुस्कुरा के रुक सा गया कि मुस्कुराने से ग़म की ख़बर मिले न मिले रुका तो ऐसे कि जैसे तिरी रियाज़त को अब इस समर से ज़ियादा समर मिले न मिले गई तो सोग में डूबे क़दम ये कह के गए सफ़र है शर्त शरीक-ए-सफ़र मिले न मिले .तिरी तड़प से न तड़पा था मेरा दिल लेकिन तिरे सुकून से बेचैन हो गई हूँ मैं ये जान कर तुझे किया जाने कितना ग़म पहुँचे कि आज तेरे ख़यालों में खो गई हूँ मैं✍️❤️✍️ #Nojotohindi $ubha$"#Uशुभ" Ritika Suryavanshi Nisha Dhiman Shraddha Yadav tom💞jerry