कि खुद के दम पर कुछ कर दिखाने मे ही मेहनत वाली बात है " वक्त के साथ " " मंजिल के पास " रहने मे ही खुद मे खुद कि मुलाकात है 👈 👉 " और तेरे बुरे वक्त मे किसमत भी साथ देता तो कोई बडी बात नही है " " नसीब सिरफ हमे आगे ले जा सकती है 👇 पर हामारे अदंर के आग मे सुकुन और खुशिया दिलाने पतथर कि आग हमारे किरदार मे नही भर सकती " 👉 इसलिए यहा जो भी लिखना है खुद दम पर अपनी किसमत लिखना है कयोकि 👉 यहा खुद कि सुकून वाली नसीब भी खुद मे खुदा के नही जनाब खुद मे खुद के हाथ है Inst aman sona ✍ ©Aman sona come on my what's app number or call me 7489949599