White कितना चाहता है दिल अपनों का ये तो अपना दिल ही जानता है , गैरो को क्या खबर मोहब्बत क्या चीज है जिनके बिछरे है अपने, उनका दिल कैसे जीता है, तिल तिल मरता है और किसी को बयान भी नहीं कर पाता, काश कोई ऐसा घराना होता जो दिल की बात जानता, दिल को संभालना जानता कम से कम दिल को यू ना बातो से छलनी करता, जुदाई और बिदाई का यू ना मज़ाक बनता , तो शायद मेरा दिल यू ना उदास होता , मेरी ज़ुबान यू ना बेबस होती... ©Sushma #love_shayari कितना चाहता है दिल अपनों का ये तो अपना दिल ही जानता है , गैरो को क्या खबर मोहब्बत क्या चीज है जिनके बिछरे है अपने, उनका दिल कैसे जीता है, तिल तिल मरता है और किसी को बयान भी नहीं कर पाता, काश कोई ऐसा घराना होता जो दिल की बात जानता, दिल को संभालना जानता कम से कम दिल को यू ना बातो से छलनी करता, जुदाई और बिदाई का यू ना मज़ाक बनता , तो शायद मेरा दिल यू ना उदास होता ,