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मैंने उनका हाल जो पूछा,वो मुस्कुरा कर चले गए। दिया

मैंने उनका हाल जो पूछा,वो मुस्कुरा कर चले गए।
दिया जो ख़त उन्हें, पर्स में डाल कर चले गए।

करता रहा इंतजार दीदार को उनके,
वो खिड़की से पर्दा उठा के चले गए।

इंतहा हो गई मेरे इंतजार की, मैं परेशान हो गया,,
उनकी इस अदा को इंनकार समझूं या इकरार।

उन्होने पर्दे की ओट से, धीरे से कहा,,,,

""ढके हुए हैं जज्बात, बेपर्दा न कर,
ये सुलगती हुई आग है,इसे हवा ना दे""
इस कहानी में मिट गए कितने राजपाट,
जलकर इस आग में तू हो जाएगा बर्बाद।
अल्फ़ाज़ मेरे ✍️🙏🏻🙏🏻

©Ashutosh Mishra #DhakeHuye 
मैंने उनका हालचाल पूछा, वह मुस्कुरा कर चले गए।
दिया जो खत उन्हें, पर्स में रखकर चले गए।
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#DhakeHuye मैंने उनका हालचाल पूछा, वह मुस्कुरा कर चले गए। दिया जो खत उन्हें, पर्स में रखकर चले गए। NojotoHindi NojotoEnglish NojotoNews Nojotothought NojotoShayari Puja Udeshi sana naaz ram singh yadav Satyajeet Roy My Love @Mili Saha @Sethi Ji Hardik Mahajan @Lalit Saxena Puja Udeshi

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