लौट आओ तुम्हें वादों का वास्ता, खाईं तुम ने जो उन क़समों का वास्ता। साँस थमने लगी नब्ज़ जमने लगी, अब तो आओ तुम्हें साँसों का वास्ता। ©priya khushbu #Saaso ka vaasta