#FourlinePoetry ये आग की लपटों से निकलती हुई चिंगारिया इन्हें यूं ना जलने दे। झोंक दे खुद को इस आग में अपने सपनों की आग को तू यूं ना बुझने दे।। ©Reena Sharma #fourlinepoetry #aag #Shayari #fourlinepoetry