मैं बहुत दूर रहता हूँ,हर एक "तक़रार" से। मैं बहुत दूर रहता हूँ,समाज के "प्यार" से। मैं बहुत दूर रहता हूँ,घऱ औऱ "परिवार" से। मैं बहुत दूर रहता हूँ,अपने "रिश्तेदार" से। मैं बहुत दूर रहता हूँ,ज्यादा "समझदार" से। मैं बहुत दूर रहता हूँ,दिल💔जले यार से। मैं बहुत दूर रहता हूँ, "मतलब" के संसार से। मैं बहुत दूर रहता हूँ, "आधुनिक" विचार से। #जितेन्द्र777🌝 मैं बहुत दूर रहता हूँ,हर एक "तक़रार" से। मैं बहुत दूर रहता हूँ,समाज के "प्यार" से। मैं बहुत दूर रहता हूँ,घऱ औऱ "परिवार" से। मैं बहुत दूर रहता हूँ,अपने "रिश्तेदार" से।