एक साथ कुछ भी कहूँ लगेगी गलत मेरी हर बात दिया है तुमने मुझे जीवन भर यही सौगात..! छोड़ो ना..! तुमसे नहीं करनी अब कोई बात जब हो नहीं सकते ज़मी आसमा एक साथ..!! शिप्रा पाण्डेय 'जागृति' ©Kshipra Pandey देखा है क्या..? कहीं आँखों का धोखा, मन का वहम तो नहीं...! #WForWriters एक साथ