एक और माह दिसम्बर का बीत गया, थोड़ा पाया हमनें बहुत कुछ खो दिया! तुम जाऔगे साल अगले फिर आऔगे, पर बदला हुआ तुम हमें ना पाऔगें! हा उम्र थोड़ी ढ़ल जाएगी, आँखें कमजोर जरुर पाऔगे, लेकिन व्यवहार ना होगा परिवर्तित, फक्कड़ फकीरि में शब्द गहरे ही पाऔगे! अलविदा दिसम्बर साल अगले तुम जब आऔगे, मानवतावादी चौक में मानवहीत लिए ही खड़ा हमें पाऔगे! #अलविदा_दिसंबर #nojotoApp #nojotohindi #Decemberchallenge #day31 #day_last