Hindi SMS shayari जिन्दगी के इस सफर मे हमनें कइयो को टूटते देखा है, अपने ही घर मे अपनों को लुटते देखा है। रिस्तौ के जिस पलेटफारम पे तुम उम्मीदो की ट्रेन का ईन्तजार कर रहे हो, हमने कईयो की वो ट्रेन छुट्ते देखा है,, अपने ही घर मे...........।। मौहब्बत के जिस समंदर मे तुम तैरने की कोशिशें कर रहे हो, हमनें कईयों को उसमे डूबते देखा है,, अपने ही घर मे अपनो को......।।। ख्वाहिशों के जिन चंद ईटों से तुम सपनो के ईमारतें बना रहे हो, हमनें नफरतों की आंधीयो मे ऐसे कईं ईमारतों को टूटते देखा है,, अपने ही घर मे अपनो को लुटते देखा है।।।। by:-sundaram mishra #NojotoQuote