सूर्य रश्मियों से मिले जीवन का आभार जताया नहीं धरती माँ से मिले भोजन का कर्ज उठाया नहीं शक्ति के मद में अपने वंश का गुणगान किया प्रकृति के साथ का कभी आभार जताया नहीं अधिकार पाने के लिए हर वक्त सज रहे हम कर्तव्यों के पालन का कभी जिम्मा उठाया नहीं सभी को लूटने का प्रयास करते रहे हम वक्त आने पर भी किसी को अपना बनाया नहीं Part 3 #कविता #poetry #poem #poems #shayari #शायरी #tmasweb #nojoto #nojotohindi