तुम्हें देखना देख के खिल जाना यही मेरी चाहत है हसरत यही है मेरी के ताजिंदगी तुझसे यूं ही वफ़ा निभाऊं मैं। हर दौर में हर सदी में नाम बदल बदल कर आते रहे हैं हम आते रहेंगे इसी तरह तुम्हें क्या बताऊं मैं। तुझसे मोहब्बत जताने के लिए दुनिया में बार-बार आऊंगा तुम्हें अपना बनाऊंगा, वक्त की कोई पाबंदी नहीं चाहता तेरे इश्क़ में दिल करता है कि सुबह ओ शाम दिन-रात तुझसे मोहब्बत जताऊं मैं। हिसाम 21/05/2021 ©Hisamuddeen Khan 'hisam' #Rose#lovelife#expectationswithlove#shayari#dardbharishayari#nojoto#nojotohindi#awesomelines# Priya dubey