आज archu ऑफीस के लिये तय समय से पहले निकली , कम से कम आज तो वक्त पर पहुंच जाये । जैसे ही बस स्टॉप पर पहुँची एक सहकर्मी अपनी कार से जाती दिखाई दी , कुछ आगे जा कर उसने कार रोक दी और archu को अपने साथ बुला लिया archu भी बेझीझक उसके संग हो गईं काफ़ी वक्त के बाद उन्हें आपस में बाते करने का , हाल चाल मालूम करने का अवसर मिला था ऑफिस में बस काम की व्यस्तता होती थी , बातों में कब आधा रास्ता तय कर लिया पता उन्हें पता ही नही चला , ऑफिस से क़रीब 10 मिनट की दूरी थी सिग्नल से कुछ पहले काफ़ी बड़ा या दूरी तक जाम लग गया था , archu की गाड़ी भी रूक गईं दोनो बातों में व्यस्त थी , अचानक archu की नज़र सड़क पर एक लड़के पर गईं क़रीब 20-22साल का होगा , हैंड्सम , शिक्षित किसी अच्छे खासे धनाड्य परिवार का लग रहा था , हर गाड़ी के वाहन चालक के पास जाता हाथ जोड़कर कुछ कहता और गाड़ी थोड़ी हट जाती या आस पास के लोग अपनी अपनी गाड़ी हटाने की कोशिश करते क्या कार , क्या बाइक , बस , यहां तक की पैदल चलने वालो से भी वो रास्ता देने की गुज़ारिश करता , archu की कार काफ़ी दूरी पर थी और उसकी कार के पीछे एक एम्बूलैंस थी जो लगातर हॉर्न बजाए जा rhi थी , कुछ ही मिनटो में archu और उसकी सहकर्मी का हृदय विचलित होने लगा जाने कौन है एंबुलेंस में किस स्थिति में है कुछ तो गंभीर बात है और उनसे रहा नही गया वो दोनो कार से नीचे उतरी , तभी ड्राइवर ने कहा मैम आप दोनो अन्दर बैठ जाइये जाम हटने वाला है शायद ..... क्रमश..... #NojotoQuote #तड़प .....1