अकेला हूं सफर में तो डर केसा और जहां मिल जाए सिर्फ खुशी वो सफर केसा आसमान के तारों को धरती पर लाना है किसी के माथे की उसको बिंदी बनाना है ❣️💙 ©akash shrivastav #lakeview