“अपने पक्ष का असत्य जानते हुए भी बड़े-बड़े महारथी अकेली निहत्थी आवाज़ को अपने ब्रह्मास्त्रों से कुचल देना चाहें तब मैं रथ का टूटा हुआ पहिया उसके हाथों में ब्रह्मास्त्रों से लोहा ले सकता हूँ ! मैं रथ का टूटा पहिया हूँ। #धर्मवीर भारती ©Navash2411 #नवश