गले में फंदा फिर भी मूछो पे ताव था, आजादी का जज़्बा लिए सुली चड़ा वो नौजवान था मातृ भूमि पर अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाला, सिर्फ २३ का शहीद ए हिन्द, भगत सिंह उसका नाम था। ~मनोज खांडे #शहीदएहिन्दभगतसिंगजयंती गले में फंदा फिर भी मूछो पे ताव था, आजादी का जज़्बा लिए सुली चड़ा वो नौजवान था, मातृ भूमि पर अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाला, सिर्फ २३ का शहीद ए हिन्द, भगत सिंह उसका नाम था। ~मनोज खांडे #शहीदएहिन्दभगतसिंगजयंती