तमाशा हे लोगो के लिए ... " के बार बार दोहराया जाता है एक मोमबत्ती बुझी नही के " दूसरा अवसर बन जाता हे .... ? क्या खूब कहा हे किसी ने ..... ! एक बार बलात्कारी को जलाकर देखो , बार बार मोमबत्ती जलानी नही पड़ेगी ! ©G0V!ND DHAkAD #CandleLightemotions