दुनिया से मैं छिपती–छिपाती न जाने कब तुझको चाहने लगी ! न चाहते हुए भी चुपके से तेरे पीछे आने लगी ! तुझे देखे बिना न ही नींद आती , और न ही चैन लगता है , ये दीवाना दिल कहीं खोने लगा । याद में तेरी रातों को रोने लगी ! सोचती हूँ ,क्या था तेरा मेरा रिश्ता ? जो तुम मुझे याद नहीं करते , और हम तुम्हें भुल नहीं पाते ! काश ! तुम मेरे होते , फिर रोज नए सबेरे होते , लेकिन ये हो न सका …. तुम न मेरे हुए , और न ही मेरे दिल के तुम तो बस मेरी यादों के होकर रह गए ! ये रिश्ता जो है , तेरे मेरे दरमियां , इक मुलाकात की ख्वाहिश रखता है ! दिल जलता है , रोता है ,तेरी याद में , बस तेरी याद में ! - S bhargava काश तुम मेरे होते #sbhargava #poetry #feelings #life #love #ishq #Nojoto #motivation #heart #broken