कल रात को ख्वाब में फिर तुमसे मुलाकात हुई। हाँ वो तुम्ही थी जिससे मेरी मुलाकात हुई।। वैसे तो पहले भी कई बार नाकाम रहा था तुम्हे दिल की बात बताने में, पर कल पूरी बात आर और पार हुई।। टकराई थी मेरी नजरें जब पहली बार तुमसे, तुम्हारी मुस्कुराहट पे मेरा दिल बिखर गया था, हाँ वो तुम ही थी जिसपे मैं फिसल गया था। हाँ वो तुम ही थी जिसपे मैं फिसल गया था।। मेरे ख्वाब में तुम, मेरी एहसास में तुम मेरी हर एक बात में तुम, मेरे हर एक जज्बात में तुम हाँ हर जगह बस तुम ही तुम। बस तुम ही तुम