चल लिख दूंगा तेरी बेवफाई के भी कुछ किस्से हमे तो आदत है धोखे खाने की पर कमबख्त अब तो कलम भी रोती है सोती हुई को तुन्हें फिर से जगा दिया chal likh dunga teri bewafai #nojoto shayri