इश्क़ करना यारों आसान नहीं है। भले और बुरे का पहचान नहीं है। रख लूँ दिल में किसी को भी ऐसे ही, ये दिल है मेरा, कोई मकान नहीं है। दिनांक -13/03/2020 #चतुष्पदी #विश्वासी