सारी दुनियां से लड़ कर, हमने अपना वजूद बनाया है। सारी बेड़ियों को तोड़कर, अपने पंखों को फैलाया है। जिम्मेदारियों और फर्ज से कभी भी पीछे नहीं हटेंगे। मगर किसी भी मजबूरी के कारण समझौता न करेंगे। बड़ी मुश्किल से अपना आत्मसम्मान बचा के रखा हैं। अपना हर कदम अब जीत की राह पर बढ़ा के रखा है। ना रुकेंगे, ना पीछे मुड़ कर देखेंगे, अब कभी भी हम। बढ़ गए हैं आगे, तो बस आगे ही आगे बढ़ते जाएंगे। #sanjaysheoran #ritiksheoran #साहित्यिक सहायक #अखंड आर्यावर्त #सारी दुनियां से