जब तक उसके जाने का एहसास हुआ, वो बहुत दूर निकल चुका था मेरी हर पुकार की पहुँच से दूर, कोशिश कर रही थी बात करने की क्यूँकी उससे तो रुहानी नाता था न, रुह करती थी रुह से बातें मगर अब सब बदल चुका था अब उसे कुछ सुनाई नही दे रहा था, अकेलेपन का ये एहसास होते ही वो वादियों के दृश्य खो गए जहाँ बैठी थी, वहाँ के कंकड चुभने लगे घूप भी अब चुभने लगी थी उठ कर चलने का मन हो आया अब तक दिल जिसे मंज़िल समझने लगा वो इक बार फिर से रास्ता हो गया ...सुमन I'll read and comment on all the collabs posted between 7PM IST and 8PM IST and give you feedback over next 2 days. #getfeedback #whenfriendshipends Read YourQuote Baba's thoughts on the YourQuote app at https://www.yourquote.in/yourquote-baba-cp1/quotes/when-friendship-ends-b3nl6i