वो पुराने लम्हों को एक बार फिर जीने को दिल चाहता है ...... क्या कशिश है तुझमे , आज फिर ये मालूम करने को, दिल चाहता है ....... कोई बता दे ... पता .... मुहब्बत रहती है कहाँ ???? ढूंढ़ रहा हूँ मैं वर्षो से उसका पता...... ये आशिकी का महीना और दिल की ख़ामोशी और ये तन्हाई ,.... जान ले गयी तेरी रूस्वाई और तेरी जुदाई .... इश्क का फितूर मत पुझ मुझसे ..... कब दिन बिता कब रात बीता करती थी ..... कोई आहट का अंदेशा या एहसांस कहाँ मिल पाती थी ...... 🤔 मुहब्बत मिलती नहीं बस हो जाती है....... दिल को एक पल में दीवाना कर जाती है.......... मुद्दतें गुजरी, तेरी याद भी आई ना हमें, और हम भूल गए हों तुझे, ऐसा भी नहीं हुआ हमसे ..... 🤔#निशीथ🤔 ©Nisheeth pandey वो पुराने लम्हों को एक बार फिर जीने को दिल चाहता है ...... क्या कशिश है तुझमे , आज फिर ये मालूम करने को, दिल चाहता है .......