ये हुस्न ये जलवे ये इश्क़ तुम्हारा है मान लो तुम्हारी बे-रुख़ी से भी मोहब्बत है हमें जान लो, जितना सोंचोगे हमारे बारे में उतना दिल में उतरेंगे गर ना भी सोचो जान-ए-वफ़ा सिर्फ़ तुम्हारे हैं जान लो, जिस्म नहीं रूह का सौदा किया है दिल ने दिल से हमारी रूह तक तुम्हारे नाम कर जाएंगे जान लो, मूसलसल इश्क़ की बारिश में ना भीगे तो फिर क्या.. आलम-ए-तसव्वुर में मशग़ूल है ये दिल जान लो, उल्फ़त-ए-जहां के सरकार हो तुम मान लो... इश्क़ बेहद है तुमसे निशि को इतना बस जान लो। ♥️ Challenge-992 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।