इश्क में बदहजमी का शिकार हो गए क्या लगता है बीमार हो गए हो क्या अक्सर तन्हाईयों में रोते देखा है तुम्हें लगता है बेवफाई का शिकार हो गए हो क्या हमेशा खुश रहो, आजाद रहो, मस्त रहो लगता है इश्क के व्यापार में पर गए हो क्या रौशनी चिराग़ा को चाहिए हीं नहीं अंधेरे और उजाले के फेरे में पर गए हो क्या ©Hariom Pratap Singh #ishka_me_badhajmi_ka_shikar_ho_gae_ho_kya