मुस्कान खिला कर चेहरे पर, वह मुख मंडल पर तेज लई हृद नेह बसा कर लहरों पर, वह सागर सी सम सेज भई पृथ्वी हो नभ की मित्र, साथ रहने का उसका वादा है स्नेहा का अनुपम चित्र, आज मैंने कविता से साधा है Much Smiles To Your Friendship.. Be Happy Always.. 😊 Dedicating a #testimonial to Sneha Shukla #मित्रता #friendship #पृथ्वी #नभ #कविता #स्नेहा #alokstates